रिकॉर्ड सोने की कीमतें धकेलें 18K‑14K शादी की ज्वेलरी की ओर

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18 अक्तू॰ 2025

रिकॉर्ड सोने की कीमतें धकेलें 18K‑14K शादी की ज्वेलरी की ओर

जब Colin Shah, प्रबंध निदेशक of Kam Jewellery ने 18 अक्टूबर 2025 को दंतरेस 2025भारत के बाजार अनुमान साझा किए, तो स्पष्ट हो गया कि सोने की रिकॉर्ड कीमतें शादी की ज्वेलरी में बड़ा बदलाव ला रही हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, किंमतों में लगातार वृद्धि ने 22K‑24K ‘खरा सोना’ के बजाए 18K‑14K अलॉय को प्राथमिक विकल्प बना दिया है।

बाजार की मौजूदा पृष्ठभूमि

परम्परागत रूप से भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता रहा है, और Times of India के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2025 में सोने की आयात लागत लगभग $902 मिलियन रही। यह आंकड़ा चीन के बाद दूसरे स्थान पर है और इसका सीधा असर शादी‑शादी के खर्चों पर पड़ता है।

ऐतिहासिक रूप से ‘खरा सोना’ यानी 22K‑24K को सामाजिक मान्यता मिली है; लेकिन अब ‘खरा’ का अर्थ ही बदल रहा है। 18‑20% की बिक्री वृद्धि की उम्मीद है, विशेषकर 9‑18 कैरेट सेगमेंट में, जैसा कि Punjabi Saraf ने बताया।

कीमतों का असर और नया रुझान

सोने की कीमतें अक्टूबर 2025 में एक नया रिकॉर्ड छू गईं, जिससे उद्योग विश्लेषकों को चेतावनी मिली कि कुल बिक्री मात्रा 15% तक घट सकती है। फिर भी, हल्के और टिकाऊ विकल्पों की मांग तेज़ी से बढ़ी है। 18K और 14K सोने में तांबे और निकेल जैसे मिश्र धातु मिलाकर कठोरता बढ़ाई जाती है, जिससे रोज़मर्रा के पहनावे में भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है।

बाजार में परिवर्तन का एक ठोस उदाहरण CoinBazaar के रिपोर्ट में दिखता है: ‘गोल्ड कमरबंद’ की कीमतें $15.73 से $103.40 तक विविधता में हैं, जिसमें पारम्परिक सोनार काम से लेकर ऑक्सीडाइज़्ड सिल्वर तक हर शैली उपलब्ध है। यह दर्शाता है कि ग्राहक अब भारी वजन की बजाय शैली और बजट को प्राथमिकता दे रहे हैं।

  • 14K‑18K सोने की चेन: 5‑10% हल्की, आसान देखभाल।
  • कमरबंद और कफ: $20‑$100 के भीतर, वैरायटी में उपलब्ध।
  • पॉल्की वाला स्टेटमेंट पेंडेंट: खास अवसरों के लिए।
डिज़ाइन बदलाव और उपभोक्ता पसंद

डिज़ाइन बदलाव और उपभोक्ता पसंद

ब्याह के तनाव के बावजूद, दुल्हनें अब ‘बोल्ड रानी हार’ या ‘एन्टीक नक़्शी वर्क’ को भी पसंद कर रही हैं। Jos Alukkas ने सलाह दी कि दुल्हनें अपने परिधान के साथ ‘स्टेटमेंट पीस’ को संतुलित रखें, ताकि ज्वेलरी पूरा लुक न भारी बनाये।

दूसरी ओर, Tanishq के एक विज्ञापन में कहा गया कि सोना अभी भी भाग्य और समृद्धि का प्रतीक है, लेकिन अब लोग इसे निवेश के साथ-साथ फैशन का भी हिस्सा मानते हैं। इस परिवर्तन को ‘हेरिटेज मीट्स मोडर्न’ के रूप में कहा जाता है, जहाँ पारम्परिक ‘सोलह शृंगार’ के तत्वों को आधुनिक कट और फिनिश के साथ मिलाया जाता है।

उद्योग की प्रतिक्रिया और बिक्री अनुमान

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 का फेस्टिव सीज़न 18‑20% की कुल बिक्री वृद्धि दिखाएगा, पर यह वृद्धि मुख्यतः 9‑18 कैरेट के उत्पादों में होगी। Kam Jewellery ने कहा कि हल्की ज्वेलरी के कारण स्टॉक टर्नओवर तेज़ होगा और उत्पादन लागत में लगभग 12% की कमी देखी जाएगी।

आगे चलकर, जब सोने की कीमतें स्थायी रूप से ऊँची रहेंगी, तो रिटेलर्स को 14K‑16K अलॉय पर अधिक निवेश करना पड़ेगा। इस दिशा में, कई बड़े ब्रांड अपनी डिजाइन लाइनों को पुनः व्यवस्थित कर रहे हैं, जिससे छोटे कारीगरों को भी नई तकनीकें अपनाने का मौका मिल रहा है।

भविष्य की दृष्टि

भविष्य की दृष्टि

बाजार रिपोर्ट यह संकेत देती है कि अगले दो‑तीन सालों में 18K‑14K सोने का हिस्सा 40% तक पहुँच सकता है। यह बदलाव सिर्फ आर्थिक कारणों से नहीं, बल्कि युवा ग्राहकों की लाइफस्टाइल और टिकाऊ फैशन की चाहत से भी प्रेरित है। अगर कीमतें और बढ़ती रही, तो संभव है कि सोने के स्थान पर प्लेटिनम या पेड़ के बायो‑डायजेस्टेड अलॉय जैसे वैकल्पिक धातु भी लोकप्रिय हो जाएँ।

अंत में, शादी की ज्वेलरी का ‘शुद्ध सोना’ की अवधारणा बदल रही है, पर इसकी सांस्कृतिक शक्ति बरकरार है। दुल्हनों और उनके परिवारों को अब विकल्पों की अधिकता का फायदा उठाकर, बजट और शैली दोनों का संतुलन बनाना होगा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्यों 18K और 14K सोना अब शादी की ज्वेलरी में लोकप्रिय हो रहा है?

उच्च कीमतों के कारण 22K‑24K सोना महँगा हो गया है। 18K‑14K मिश्र धातु हल्का, टिकाऊ और सौंदर्य में कोई समझौता नहीं करता, इसलिए दूल्हा-दुल्हन दोनों इसे पसंद कर रहे हैं।

क्या हल्की ज्वेलरी से सोने का निवेश मूल्य घटता है?

नहीं। सोने की शुद्धता (कैरट) के अनुसार मूल्य तय होता है, लेकिन 18K‑14K में भी सोना मुख्यतः सोने से बना होता है, इसलिए यह दीर्घकालिक निवेश के रूप में अभी भी सुरक्षित है।

कौन-से शहरों में यह नया रुझान सबसे तेज़ी से दिख रहा है?

दिल्ली‑एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई में हल्की ज्वेलरी की मांग सबसे अधिक है, जहाँ युवा दुल्हनों के खर्च पर खासा ध्यान दिया जा रहा है।

भविष्य में सोने की कीमतें कैसे प्रभावित होंगी?

विशेषज्ञ मानते हैं कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, मुद्रा कमजोरियों और निवेश की मांग के कारण सोने की कीमतें अगले कुछ वर्षों में और बढ़ सकती हैं, जिससे हल्की अलॉय की और भी महत्त्वपूर्ण भूमिका बनेगी।

क्या 22K‑24K सोना पूरी तरह हट जाएगा?

पूरा हटने की संभावना नहीं है। परम्परागत महंगे अनुष्ठानों में अभी भी ‘खरा सोना’ की माँग रहेगी, जबकि रोज़मर्रा के पहनावे में 18K‑14K पर अधिक झुकाव रहेगा।

अनिर्विन्द कसौटिया
अनिर्विन्द कसौटिया

नमस्ते, मेरा नाम अनिर्विन्द कसौटिया है। मैं मनोरंजन और मीडिया के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखता हूं। मुझे भारतीय समाचार, भारतीय जीवन और विभिन्न सांस्कृतिक पहलुओं के बारे में लेखन पसंद है। मेरी कलम से निकले शब्दों का उद्देश्य है सूचना, प्रेरणा और प्रभावित करने का। मैं लगातार अपने पाठकों के लिए उपयोगी और रोचक सामग्री लाने के लिए काम करता हूं।

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